वर्मीकम्पोस्ट बेचकर 1.5 करोड़ कमाता है ये किसान

Pic Credit: Social Media and Google

                       

1996 में, अब्दुल अहद एक यात्रा के दौरान एक शख्स से मिलते हैं जो ऑर्गेनिक फार्मिंग करता था।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

2002 में, अहद ने वर्मी कम्पोस्ट के बारे में जाना और उसके बारे में जानकारी लेकर खेती करना शुरू कर दिया।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

अहद ने कृषि विज्ञान केंद्र अनंतनाग से 15 दिन का प्रशिक्षण लिया था जिसमें उन्होंने वर्मी कम्पोस्ट के बारे में पूरी जानकारी ली।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

शुरुआत उन्होंने मात्र 10000 में कच्चा माल को खरीद कर जैसे कि गाय का गोबर, रसोई के कचड़े इत्यादि से की।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

शुरुआत में अब्दुल अहद वर्मी कम्पोस्ट के 1000 बेड बनाते हैं जिससे 5 टन प्रतिदिन वर्मी कम्पोस्ट बन जाता था।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

अब्दुल अहद की प्रतिदिन की कमाई ₹50000 होने लगी और वे अगल-बगल के सभी किसानों को बेचते थे।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

फिलहाल, अहद सालाना 1825 टन का वर्मी कम्पोस्ट बनाकर बेचते हैं जिससे उनकी कमाई 1.5 करोड़ से अधिक है।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

अब्दुल अहद ने गांव के क्षेत्र के 25 युवाओं को प्रशिक्षण दिया और 150 महिलाओं को वर्मी कम्पोस्ट बनाने के बारे में सिखाया।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

अब्दुल अहद को कई सारे लोकल और नेशनल अवार्ड मिले हैं जैसे कि प्रोग्रेसिव फार्मर और एंटरप्रेन्योर अवार्ड में गवर्नमेंट ऑफ़ इंडिया।

Pic Credit: Social Media and Google

I

                       

लोकल अवार्ड की बात करें तो बेस्ट फार्मर अवार्ड में कृषि विज्ञान केंद्र और SKUAST-K।

Pic Credit: Social Media and Google

I

Plant Nursery खोलकर कमाए सरकारी नौकरी से ज्यादा