Top 5 Sustainable Agriculture in India !

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ऑर्गेनिक फार्मिंग किसे कहते हैं जिसमें खेती के दौरान रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसके बजाय वर्मी कंपोस्ट, गोबर, और प्राकृतिक खाद का प्रयोग किया जाता है।

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Organic Farming

लाभ: – स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद – मिट्टी और जल की गुणवत्ता में सुधार – जैव विविधता को बढ़ावा

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ऐसे फार्मिंग में खेती के दौरान भूमि की जुताई नहीं की जाती है और फसल के अवशेषों से मल्च के रूप में प्रयोग किया जाता है जिससे मिट्टी की नमी बरकरार रहती है।

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Zero Tillage Farming

लाभ: – मृदा कटाव में कमी – पानी की बचत – कम श्रम लागत

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इस फार्मिंग में कृषि, पशुपालन, मछली पालन, और मुर्गी पालन साथ में किया जाता है। इसमें फार्मिंग दूसरे फार्मिंग को मदद करता है जैसे की पशु का गोबर खाद के रूप में प्रयोग होता है और मुर्गी का मल मछली के खाना में प्रयोग होता है।

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Integrated Farming System

लाभ: – संसाधनों का बेहतर उपयोग – विभिन्न प्रकार की आय – पर्यावरणीय स्थिरता

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पर्माकल्चर एक सिद्धांत है जिसमें फसलों, पशुओं, और जल प्रबंधन को एकत्रित करता है ताकि एक सस्टेनेबल फार्मिंग बनाई जा सके।

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Permaculture

लाभ: – जल संरक्षण – खाद्य विविधता – ऊर्जा की बचत

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इस तरह के फार्मिंग में पेड़, घास, और पशुपालन को एकत्रित किया जाता है जैसे कि पेड़ों के नीचे घास उगाई जाती है और पशुओं को चरने के लिए छोड़ दिया जाता है।

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Silvopastoral System

लाभ: – मिट्टी की उर्वरता में वृद्धि – चारागाह प्रबंधन – जलवायु लचीलापन

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Organic Farming करके लाखो रूपए कैसे कमाए !